मंदिर में रुपयों कि क्या आवश्यकता है ?

बहुत से लोगों का कहना है, कि मंदिर में रुपए ना चढ़ाएं कोई दान ना दें, तो मेरे प्यारे सनातन धर्म यू हिंदू धर्म के लोगों जरा ध्यान दो मंदिर में सफाई के लिए पैसे कहां से आएंगे झाड़ू चाहिए वाइफर भी चाहिए ,लोगों को प्रसाद चाहिए तो कहां से लाएंगे प्रसाद लोगों को देने के लिए , और किसी भी मंदिर में वर्ष में एक उत्सव मनाया जाता है । कोई भी उत्सव को मनाने के लिए पैसे भी चाहिए होते हैं भंडारा भी कराना होता है तो कहां से आएंगे रुपये और भगवान की आरती करने के लिए रूई, अगरबत्ती , घी - यह सब कहां से आएगा।
और जो मंदिर में पूजा कर रहे हैं कम से कम 8 घंटे मंदिर में दे रहे हैं, तो उनके परिवार का भरण पोषण कैसे होगा । चलो छोड़ो भरण पोषण की बात, अब यही जो सामग्री मैंने बताई है ,उनकी पूर्ति कैसे होगी रुपयों के बिना इसलिए आप मंदिर की आवश्यकताओं के लिए दान अवश्य करें और जितना हो सके गरीबों को भी ध्यान दें अपने सामर्थ्य के अनुसार दान करें ।

Comments

Popular posts from this blog

पंच पल्लव किसे कहते हैं।

सप्तमृतिका किसे कहते हैं।

💐पंच रत्न और सर्वोषधि और सप्त धान्य💐